असल में, मैं पैसों की पेटी हूँ असल में, मैं पैसों की पेटी हूँ
किसी की बेटी को जलाने का मन में न आए विचार। किसी की बेटी को जलाने का मन में न आए विचार।
पूजा जाता था उस शक्ति को हर बात की वो अधिकारी थी। पूजा जाता था उस शक्ति को हर बात की वो अधिकारी थी।
कीमत पर हाल में चुकाती है, औरत यहाँ, कभी जल कर, कभी पिट कर, कीमत पर हाल में चुकाती है, औरत यहाँ, कभी जल कर, कभी पिट कर,
लगा दी आग थी ज़िंदगी मरने के बाद नहीं ज़िंदगी मौन बना झोंक दी आग की लपटों में लगा दी आग थी ज़िंदगी मरने के बाद नहीं ज़िंदगी मौन बना झोंक दी आग की ल...
फलीभूत हुए जहां अनेकानेक पंथ, विविध संस्कृति फलीभूत हुए जहां अनेकानेक पंथ, विविध संस्कृति